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Showing posts from August, 2022

" मा.दीनाभाना साहब के 13वें स्मृति दिवस के अवसर में बामसेफ परिवार संघ की ओर से विनम्र अभिवादन!" #JyotishAmbedkar

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  " मा.दीनाभाना साहब के 13वें स्मृति दिवस के अवसर में बामसेफ परिवार संघ की ओर से विनम्र अभिवादन!" " मा.दीनाभाना साहब के 10वें  स्मृति दिवस के अवसर में बामसेफ परिवार संघ  की ओर से विनम्र  अभिवादन!" अगर, बगावत का कोई दूसरा नाम है तो वह है दीनाभाना. जी हाँ मा.दीनाभाना जी वह नाम है  जिन्होंने कांशीराम साहब को डाॅ.बाबासाहब अम्बेडकर के व्यक्तित्व व कृतित्व से रूबरू कराया  और कांशीराम साहब के अंदर छिपी बहुजन नेतृत्व की भावना को सुसुप्तावस्था से जाग्रत कर  देश को न केवल एक समर्थ बहुजन नेतृत्व दिलवाने का ऐतिहासिक कार्य किया, बल्कि कांशीराम साहब  को मान्यवर भी बना दिया. आज पूरे देश में जय भीम, जय मूलनिवासी की जो आग लगी है उसमे चिंगारी  लगाने का काम मा.दीनाभाना साहब ने किया है. मा.दीनाभाना साहब का जन्म 28 फरवरी 1928 को  राजस्थान के सीकर जिले के बगास गांव में एक गरीब भंगी परिवार में हुआ था #JyotishAmbedkar, Mr.Anil Singh, MR.Anant Paswan, Mr.Jagjivan Ram, MR.Ayodhya G    1956 में आगरा में डाॅ.बाबासाहब द्वारा दिया गया वो भाषण सूना जिसमें डाॅ.बाबासाहब अम्बेडकर ने कहा था कि ‘‘मुझे

DNA_ने_सिद्ध_किया_ब्राह्मण_विदेशी_है

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  # DNA_ने_सिद्ध_किया_ब्राह्मण_विदेशी_है DNA ने सिद्ध किया ब्राह्मण और बहुजन दो अलग-अलग मुल्क के हैं, इस तथ्य को इतिहास भाषा-शास्त्र और पुरातत्व के माध्यम से यह सिद्ध कर दिया है. आधुनिक काल में सबसे प्रमाणिक जेनेटिक साईंस ने रिसर्च के आधार पर यह प्रमाणित कर दिया है कि ब्राह्मण भारत के मूलनिवासी नहीं हैं, बल्कि वह यूरेशिया के एस्किमोजी प्रांत का मूलनिवासी हैं, मानव शरीर के DNA में यह खास बात है कि हजारों साल की जानकारी DNA कोड के रूप में संरक्षित और सुरिक्षत रहती है. यह साईंटिस्ट का भी कहना है कि यह DNA काफी लंबी होती है और इस DNA में लाखों करोड़ों कोडोन होती है और उस कोडोन का अध्ययन करके, उस व्यक्ति की संपूर्ण जानकारी हासिल कर सकते हैं. हम कब बूढ़े होंगे, हमारा बर्ताव कैसा होगा या हमारे शरीर का आकार कैसा होगा? यह सारी जानकारी कोड के रूप में DNA में संरक्षित रहती है. इतना ही नहीं, हम कहाँ से आये है और हमारे पुरखे कौन थे और किस प्रदेश में सबसे पहले रहते थे और किन-किन प्रदेशों से गुजरते हुए कहाँ आये हैं? इसकी सभी जानकारी भी कोडोन के रूप में संरक्षित रहती है. जेनेटक शास्त्र इन जेनेटिक कोड का